हमारी महान सब्यातो को विदेशी ब्राम्हण अभी तक खत्म नहीं कर सके है,विदेशी ब्राम्हणों का विदेशी ब्राम्हानी धर्म को तथागत बुद्ध ने खत्म कर दिया था और हमारे पुरखो ने निर्जीव पथरो को भी जान दी थी जो हमें हमारा गौरवशाली इतिहास बता रहे थे,धन्य वह लोग जिन्होंने यह महान विचारधारा को जिन्दा रखा और उसका वश्व स्तर तक लेकर गए मै उन्हें नमन करता हु....
बुद्ध के समय मे आर्यो का आगमन हुआ ही नही था। तो बुद्ध कैसे ब्रम्हणधर्म को खत्म कर सकते हैं?
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