डॉ।बाबासाहेब आंबेडकर का घर ब्राम्हणों के कब्जे में?
कई सालो से मेरे मन में एक सवाल चुभ रहा है की बाबासाहेब का दादर का राजगृह नाम का घर ब्राम्हणों के कब्जे में क्यों है?प्रकाश आंबेडकर और मीराताई आंबेडकर इसपर चुप्पी क्यों सादे हुए है?
एक साल 2006 को जब मई राजगृह को देखने गया था तब उस महल के चाट के ऊपर गणपति और ब्रम्हाणी देवताओ के तस्वीर ठाठ पुतले पड़े दिखाई दिए .मैंने एस पर दोस्तों से कमेंट किया की यह क्या मजाक चल रहा है?तब एक रूम से एक ब्राम्हण बाहर आया और वे कहने लगा की अप लोगो को ऊपर आने की किसने अनुमति दी?मैंने कहा की यह घर ब्राम्हणों का नहीं है यह तो मेरे बाप का है हमारे बाबासाहेब का है!मेरी आवाज नीचेवाले कमरे में मीराताई सुन रही थी।जब मई उन्हें मिलने गया तब उन्होंने क्रोध से कहा की हुआ समाधान?मैंने कहा की बाबासाहेब के घर में ब्रम्हां कैसे ?तब उन्होंने कहा की मुझे आपसे बात नहीं करनी।तब मैंने कहा की मई आपके बारे में लोगो में जो सुन रहा था वह आखिरकार सही निकला!जब मै दोस्तों के साथ निचे गया तब उन्होंने मुझे ऊपर बुलाया और समजने का प्रयास किया ......मै जान गया की जिनके घर में ब्राम्हण बहु हो वह ब्राम्हणों के खिलाप कैसे होंगे?
अब सवाल है की बाबासाहेब की हवेली को कैसे बचाए?मूलनिवासी बहुजनो जरा सोचो।।।।।।